राजनांदगाँव :- कांग्रेस सरकार की छत्तीसगढ़ की आम जनता के लिए दोहरी राजनीति लाल बहादुर नगर में हो रहे दो दिवसीय लोक मड़ई जैसे भव्य कार्यक्रमो को देखकर साफ नजर आ रही है एक तरफ कोरोना प्रोटोकॉल का आम जनता को पालन करना है दूसरी ओर कांग्रेस सरकार को पूरी छूट
एक तरफ देश के कुछ राज्यों में कोरोना संक्रमण से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ रही है दूसरी ओर छत्तीसगढ़ सरकार अपने कार्यक्रमों को सुचारू रूप से चला रही है और आम जनता को जन्मदिन शादी पार्टियां समाजिक कार्यक्रमों के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार केवल छत्तीसगढ़ की आम जनता को परेशान कर रही है और अपनी मनमानी करते हुए लोक मडई जैसे कार्यक्रमों का भव्य रुप से आयोजन कर रही है ।। छत्तीसगढ़ में केवल कांग्रेस पार्टी के द्वारा किए गए कार्यक्रमों को ही छूट मिल रही है बाकी किसी भी समाज शादी पार्टियों जन्मदिन जैसे कार्यक्रमों को सरकार के द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना है कांग्रेस सरकार के लिए ये प्रोटोकॉल लागू नही होता अन्य पार्टी के कार्यक्रमो समाजिक कार्यक्रमो घरेलू कार्यक्रमो को शासन प्रशासन के द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना है छत्तीसगढ़ की सरकार छत्तीसगढ़ की आम जनता के ऊपर अपनी मनमानी कर रही है ।। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मरीजों को देखते हुए राजनांदगांव जिले के कलेक्टर प्रशासन के आदेश के अनुसार किसी भी प्रकार के भीड़ भाड़ वाले बड़े कार्यक्रमों को प्रतिबंधित कर दिए हैं लेकिन यही कलेक्टर शासन प्रशासन के कोरोना प्रोटोकाल के आदेश को दरकिनार करते हुए कांग्रेस पार्टी के द्वारा लाल बहादुर नगर में लोक मड़ाई कार्यक्रम का आयोजन को छूट देकर आम जनता के साथ धोखा कर रहे हैं ।। इस लोक मंडई कार्यक्रम का विरोध में भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष मोनू बहादुर के द्वारा मुख्यमंत्री को काला झंडा दिखाने का परमिशन मांगा गया था जिसके कारण पुलिस द्वारा भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष और पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा नजरबंद कर दिया गया है ।। पुलिस प्रशासन के द्वारा नेताओ के इशारे पर इस प्रकार के गैर कानूनी ढंग से भाजपा कार्यकर्ताओं को नजर बंद करना छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार की दोहरी राजनीति को दर्शाता है ।। जिला भाजपा अध्यक्ष मोनू बहादुर एवं भाजपा कार्यकर्ताओं की रिहाई के लिए डोंगरगढ़ भाजपा युवा मोर्चा के शहर अध्यक्ष प्रिंस कक्कड़ व उनके साथियों के द्वारा डोंगरगढ उप पुलिस अधिकारी चंद्रेश ठाकुर को ज्ञापन सौंपकर उनकी गैर कानूनी ढंग से की गई गिरफ्तारी की रिहाई के लिए मांग की गई है ।।